गायत्री मंत्र लोगो को दिलो में बसा हुआ है और दिन जब एक बार इसका जाप करते है. तो मन को सुकून मिलता है ऐसे में बहुत सारे लोग गायत्री मंत्र का जाप सर्च कर रहे थे इसलिए हमने यहाँ पर यहाँ पर पूरी जानकरी दी है इस वैदिक मंत्र के बारे में जो की इसे सुनना चाहे सुन सकते है, पढ़ना चाहे पढ़ सकते है और अगर Gayatri Mantra in Hindi meaning जानना है तो वो भी यहाँ से मिल जायेगा.
शास्त्रों में गायत्री मंत्र का बहुत महत्व होता है और गायत्री मंत्र पढ़ने के भी बहुत फायदे है. अगर आपको रात में बुरे सपने आते है तो 5 बार गायत्री मंत्र का जाप करके सोये गॅरंटी आपको बुरे सपने नहीं आएंगे और Gayatri Mantra को पढ़ने से दिल को सुकून मिलता है और आत्मा शांत हो जाता है. इस मंत्र में कोई वैदिक शक्ति है जो की कष्ट निवारण है.
Mantra: Gayatri Mantra
Singer: Suresh Wadkar
Music: Sanjayraj Gaurinandan (SRG)
Lyrics: Maharshi Vishvamitra Music label: Shemaroo
गायत्री महामंत्र वेदों का एक महत्त्वपूर्ण मंत्र है जिसकी महत्ता ॐ के लगभग बराबर मानी जाती है. यह यजुर्वेद के मन्त्र 'ॐ भूर्भुवः स्वः' और ऋग्वेद के छन्द 3.62.10 के मेल से बना है. इसलिए आप देखेंगे की हर जगह इसको सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है क्योकि इसकी खूबी ही कुछ ऐसी है. तो आईये हम इसके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते है.
oṃ bhūr bhuvaḥ suvaḥ tat savitur vareṇyaṃ bhargo devasya dhīmahi dhiyo yo naḥ prachodayāt.
गायत्री मंत्र हो या फिर कोई मंत्र, उसका जाप करने से पूर्व व्यक्ति को तन, मन और वचन से शुद्ध होना चाहिए। आप गायत्री मंत्र का जाप दिन में तीन समय पर कर सकते हैं. गायत्री मंत्र का जाप सूर्योदय से ठीक पहले और उसके बाद तक करें या फिर दोपहर में या सूर्यास्त से ठीक पहले और उसके बाद तक.
गायत्री मन्त्र जप के लाभ
जप से कई प्रकार के लाभ होते हैं, व्यक्ति का तेज बढ़ता है और मानसिक चिन्ताओं से मुक्ति मिलती है. बौद्धिक क्षमता और मेधाशक्ति यानी स्मरणशक्ति बढ़ती है.
गायत्री मन्त्र में चौबीस अक्षर होते हैं, यह 24 अक्षर चौबीस शक्तियों-सिद्धियों के प्रतीक हैं.
गायत्री मन्त्र का नियमित रुप से सात बार जप करने से व्यक्ति के आसपास नकारात्मक शक्तियाँ बिलकुल नहीं आती।
इसी कारण ऋषियों ने गायत्री मन्त्र को सभी प्रकार की मनोकामना को पूर्ण करने वाला बताया है.
प्रत्येक दिन गायत्री मंत्र का जाप 108 बार करते हैं, तो आपकी स्मरण शक्ति बेहतर होगी। विद्यार्थियों को इस मंत्र का जाप नियमित करना चाहिए.
Gayatri Mantra Meaning in Hindi
ॐ (oṃ) = भारतीय धर्मों में एक पवित्र ध्वनि और आध्यात्मिक प्रतीक है.
भूर (bhūr) = प्राण प्रदाण करने वाला.
भुवः (bhuvaḥ) = दुख़ों का नाश करने वाला
स्वः (suvaḥ) = सुख़ प्रदाण करने वाला
तत (tat) = वह
सवितुर (savitur) = सूर्य की भांति उज्जवल
वरेण्यं (vareṇyaṃ) = सबसे उत्तम
भर्गो (bhargo) = कर्मों का उद्धार करने वाला
देवस्य (devasya) = प्रभु
धीमहि (dhīmahi) = ध्यान (आत्म चिंतन के योग्य)
धियो (dhiyo) = बुद्धि
यो (yo) = जो
नः (naḥ) = हमारी
प्रचोदयात् (prachodayāt) = हमें शक्ति दें
हिन्दी धर्म में गायत्री मंत्र की विशेष मान्यता है। गायत्री मंत्र के जाप से व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं और व्यक्ति को यश, धन और स्वस्थ शरीर की प्राप्ति होती है। कई प्रकार के शोधों से यह भी सिद्ध हो चुका है कि गायत्री मंत्र के जाप से भी कई लाभ होते हैं जैसे मानसिक शांति, चेहरे पर चमक, सुख की प्राप्ति, इंद्रियों की बेहतरी, क्रोध कम होता है, बुद्धि बढ़ती है और यह एक बल्लेबाज है। ध्यान करने का तरीका।
Gayatri Mantra Video
ज्योतिषशास्त्र में गायत्री मंत्र जप के लिए 3 समय बताए गए हैं। इसमें गायत्री मंत्र के जप का पहला समय सुबह का है। सूर्योदय से थोड़ी देर पहले मंत्र जप शुरू किया जाना चाहिए। जप सूर्योदय के बाद तक करना चाहिए। मंत्र जप का दूसरा समय दोपहर का है। दोपहर में भी इस मंत्र का जप किया जाता है। मंत्र जप का तीसरा समय है शाम को सूर्यास्त से कुछ देर पहले का है। सूर्यास्त से पहले मंत्र जप शुरू करके सूर्यास्त के कुछ देर बाद तक जप करना चाहिए.
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार गायत्री मंत्र जप के कई फायदे बताए गये हैं। मान्यता है जो भी व्यक्ति गायत्री मंत्र का जप करता है। उसके जीवन में उत्साह एवं सकारात्मकता में वृद्धि होती है। इसके चलते वह खराब से खराब परिस्थिति से भी बाहर निकलने में कामयाब हो जाता है। इसके अलावा व्यक्ति का मन धर्म और सेवा कार्यों में भी लगने लगता है.
मंत्र जप एक ऐसा उपाय है, जिससे सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं। शास्त्रों में मंत्रों को बहुत शक्तिशाली और चमत्कारी बताया गया है। सबसे ज्यादा प्रभावी मंत्रों में से एक मंत्र है गायत्री मंत्र। इसके जप से बहुत जल्दी शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं।
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